कैसे सोशल मीडिया दिमाग को करता है कंट्रोल ?

सोशल मीडिया हमारे रूटीन का अहम् हिस्सा बन गया है. बिन्मा सोशल मीडिया स्क्रॉल किये हमारा समय नहीं कट्टा. सोशल मीडिया... इन दो शब्दों के अंदर पूरा समाज व विश्व सिमट कर रह गया है. वर्तमान में अगर कोई हथियार सबसे ताकतवर है, तो वो सोशल मीडिया है. आप क्या हैं और क्या सोचते हैं, वो सिर्फ आपका सोशल मीडिया हैंडल देखकर पता लगाया जा सकता है. इसलिए संस्थानों द्वारा किसी पद के लिए उम्मीदवार का चयन हो या फिर शादी के लिए लड़का-लड़की का चुनाव, उनके बारे में जानने के लिए सबसे पहले उनके सोशल मीडिया अकाउंट देखने का चलन आम हो गया है. यहां तक कि लोकतांत्रिक देशों में चुनाव प्रचार का एक बड़ा हिस्सा सोशल मीडिया पर चलाया जाता है. ये बातें सोशल मीडिया की ताकत को बखूबी दर्शाती हैं. त्यो चलिए जानते हैं की सोशल सोशल मीडिया दिमाग और स्वस्थ्य को कैसे एफेक्ट करता है और साथ ही साथ सोशल मीडिया को उसे करने का सही तरीका क्या है 

हैडिंग- सोशल मीडिया दिमाग डालता  है दिमाग पर असर ....................
(1)फेसबुक और ट्विटर का प्रयोग भले ही आपका काम आसान करता है . (3)अपने दोस्तों से काम बात करने , सलाह और बाकी ऐसे तमाम चीज़ें करनेक में मदद करत है लेकिन (4)आपको पता है की आपकी याद्दाश्तह पर विपरीत असर डालता है। 2013 में हुए शोध के  मुताबिक सोशल मीडिया की लत आपको भुलक्कीड़ बना सकती है।


(5)स्टॉिकहोम के केटीएच रॉयल इंस्टीसट्यूट ऑफ टेक्नोसलॉजी के शोधकर्ताओं के (6)मुताबिक दिमाग खाली समय में जानकारियों को सुरक्षित करने का काम करता है।
उन्होंमने बताया कि सोशल मीडिया के इस युग में लोग हर समय ऑनलाइन रहते हैं या अन्यॉ किसी काम में लगे रहते हैं, इससे (6)उनका दिमाग हर समय व्यहस्तज रहता है और उसे आराम भी नहीं मिल पाता। ऐसे में उनके दिमाग को जानकारियों को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए समय नहीं मिल पाता। जिसका सीधा असर उनकी याद्दाश्तर पर पड़ता है।


सोशल मीडिया पर दूसरों की अच्छी तस्वीरें देखकर, लोग खुद को कमतर समझने लगते हैं। इंस्टाग्राम और दूसरे प्लेटफॉर्म पर दूसरों की अच्छी तस्वीरें ऐसा असर डालती हैं कि इससे लोगों की खुद के बारे में सोच नेगेटिव होने लगती है। सोशल मीडिया पर सिर्फ नजर डालने का अलग असर होता है और अगर आप सेल्फी लेकर उसे एडिट कर के खुद को बेहतर बनाकर दुनिया के सामने पेश करते हैं, तो उसका मानसिक असर होता है। क्योंकि आप सेलेब्रिटी या फिर उन लोगों से प्रभावित होते हैं, जो आप की नजर में खूबसूरत या हैंडसम हैं। रिसर्च से ये पता चलता है कि हम किससे तुलना करते हैं, ये अहम पहलू है।



सोशल मीडिया हमारी सोच को बहुत प्रभावित करता है. चलिए एक एक्साम्प्ले से समझती हूँ , आप YOUTUBE  इस्तेमाल करते हैं और उस पर अपनी पसंद की विडियो सर्च करते हैं तो आपके यौतुबे SUGGESTIONS YOUTUBE  SUGGESTIONS  पर अभी उसी तरह की वीडियोस आपको दिखाई देती है. इस तरझ  HUMARI SOCH  ONE  DIMENSIONAL  SOCH HO JAATI HAI.  HUM  DIMAAG  उस्सी एक तरफा सोच लगता है  और नतीजन  YOUTUBEYOUTUBE  हमारे सोच को प्रभावित करता है. 
 
हैडिंग लकड़ों से लड़कियों में बढ़ रहा तनाव .................
इस बात में कोई शक नहीं है कि सोशल मीडिया हमारे मानसिक स्वास्थ पर असर डालता है और तनाव का कारण बनता है। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित टीनएजर्स हैं। सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल आत्मविश्वास में गिरावट, अकेलापन, डिप्रेशन और आत्महत्या तक का कारण बन रहा है। एक रिसर्च में पता चला है कि लड़कों से ज्यादा इस तनाव से लड़कियां प्रभावित हैं।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और इंपेरियल कॉलेज लंदन ने मिलकर एक रिसर्च किया है। इसमें बच्चों द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल और इससे उनके मानसिक स्वास्थ पर पड़ने वाले असर को देखा गया। इस रिसर्च में ब्रिटेन के करीब 10 हजार बच्चों को 2 साल तक शामिल किया गया। ये सभी बच्चे 13-14 साल के थे। यह रिसर्च 2013 में शुरू हुई और 2015 में खत्म हुई।

सर्वे के पहले साल बच्चों से पूछा गया कि वे सोशल मीडिया साइट्स जैसे, फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट आदि पर दिन में कितनी बार लॉग इन करते हैं। दूसरे साल में उनसे साइबर बुलीइंग और नींद पर असर के अनुभव को पूछा गया। वहीं तीसरे साल उनके स्वास्थ, उनकी संतुष्टि और एंग्जाइटी जैसी समस्याओं के बारे में पूछा गया।


जहां पहले साल 43 प्रतिशत लड़के और 51 प्रतिशत लड़कियां दिन में कई बार सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते थे वहीं तीसरे साल 69% लड़के और 75% लड़कियां इसका इस्तेमाल करने लगे। दिन में कई बार इन साइट्स का इस्तेमाल करने वाले बच्चों में मानसिक तनाव देखा गया। तनाव की शिकायत लड़कियों में लड़कों से ज्यादा थी।

हैडिंग- क्या है सोशल मीडिया इस्तमाल करने का सही तरीका ......................
सबसे पहले चीज़ जो आपका  सबसे पहले ध्यान MEIUN रखनी है वो है अपना पर्सनल इन्फो यानी की धोब, जगह झा आप रहते हैं , अपना वर्क एक्सपीरियंस सोशल मीडिया पर शेयर न करें जनतक बहुत ज्यादा ज़रूरी न हो. 
दूसरी अपनी प्रोफाइल पिक्चर को पर प्रोटेक्शन ज़रूर एक्टिव करें ताकि कोई भी आपकी प्रोफाइल को गलत तरीके से उसे न कर पाय. 


तीसरा , सोशल मीडिया के ळाटीण्श्रःई केटेगरी पर अपने परिवार के लोगों को मेंशन न करें क्यूंकि इससे आगरा आपको कोई ट्रैक कर रहा है या फिर  कोई  आपके बारे में य आपकी फॅमिली बैकग्राउंड को जाने की कोशिश कर रहा है तो वो बहुत आसानी से आपके और आपके परिवार के बारे में पता लगा सकता है. 


चौथा और सबसे ज्यादा ज़रूरी है की  अपना सोशल ,मीडिया अकाउंट के ईद और पासवर्ड किसी से साझा न करे. क्यूंकि हो सकता है जो आपसे आपकी सोशल मीडिया आकोउंत का पासवर्ड मांग रहा वो भाले ही आपका बहुत भारोड़ा दोस्त हो लेकिन आप को नहीं पता की वो दोस्त क़पके सोशल मीडिया अकाउंट कब ,कैसे उसे कर सकता है. सोशल मीडिया की मामले में आप किसी पर भरोसा न करें.  
SOURCESअब बात करते हैं आपके न्यूज़ फीड की उसको सही तरीके से कैसा चल अस्कते हैं. आपकी तिमेलिने वाली पोस्ट जो आपको नकारात्मकता फैला रही हैं उन् पोस्ट KO TURANT UNFGOLLOW  करें. और अगर आपके मेस्सगेस में कोई भी आपको न्यूज़ भेज रहा है तो सबसे पहले उसको औंठेन्तिसिटी की पुष्टि करें और अगर खबर फेक निलती है तो ज़र्रूर उस फ्रेंड को बत्यें या फिर ब्लाक कर दें. 


सोशल मीडिया को ज्यादातर ज्ञान NOELWDGE के लिए , अपनी स्किल्स बढ़ने के लिए, कुछ न्य सीखने के लिए, अपनी बात लोगों तक पहुचने के लिए ज़्यादातर पहुचाने के लिए ही इस्तमाल करें. ध्यान रहे जब आप कुछ लिख रहे हैं तो उस पोस्ट में किसी के सेंतिमेंत्सं को नुक्सान न पहुचे.
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